HEADLINES


More

आशा वर्करों की वार्ता विफल हड़ताल रहेगी जारी

Posted by : pramod goyal on : Monday 17 August 2020 0 comments
pramod goyal
Saved under : , ,
//# Adsense Code Here #//
फरीदाबाद  17 अगस्त  आशा वर्करों की वार्ता विफल हड़ताल रहेगी जारी। यह जानकारी यूनियन की सचिव सुधा पाल ने दी। उन्होंने बताया कि आज सोमवार को आशा वर्कर यूनियन की मांगों पर बातचीत के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने यूनियन सिस्ट मंडल को पंचकूला बुलाया था। लेकिन मांगों को पूरा करने के लिए सरकार तैयार नहीं है इसलिए यूनियन ने हड़ताल को लगातार जारी रखने का निर्णय लिया। पूर्व निर्धारित  कार्यक्रम के अनुसार आज सोमवार को 400 के ल
गभग आशा वर्करों ने सिविल सर्जन बीके अस्पताल के प्रांगण के सम्मुख जोरदार प्रदर्शन किया और सरकार विरोधी नारे लगाए उन्होंने आशा वर्करों के साथ न्याय करो उनकी लंबित मांगों को लागू करो के नारे लगाए। आज की सभा की अध्यक्षता जिला प्रधान हेमलता ने की जबकि संचालन पूजा गुप्ता ने किया।इस अवसर पर सीटू के प्रधान निरंतर पराशर, सचिव लालबाबू शर्मा और जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह डंगवाल उपस्थित रहे। उपस्थित आशा वर्करों को संबोधित करते हुए वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने कहा कि सरकार आशा वर्करों की मांगों को गंभीरता से नहीं ले रही है। उन्होंने चेतावनी दी है की यदि सरकार ने समय पर आशा वर्कर की स्वीकृत मांगने को क्रियान्वित नहीं किया तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर आशा वर्करों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि जमीनी स्तर पर काम करने वाले आशा वर्करों को इनके द्वारा किए गए कार्यों के बदले में उचित मानदेय नहीं दिया जाता है। कोरोना जैसी घातक बीमारी की सभी रिपोर्ट आशा वर्करों के द्वारा तैयार की जाती है लेकिन इन्हें जीवन रक्षक जरूरी संसाधन तक नहीं दिए जाते हैं उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से इनके साथ न्याय करने की मांग की। जिला सचिव लालबाबू शर्मा ने भी आशा वर्करों की मांगों का समर्थन करते हुए कहा कि इस आंदोलन को सीटू से संबंधित सभी यूनियनों की तरफ से पूरा समर्थन मिलेगा। आज के धरने को मिड डे मील वर्कर की प्रधान कमलेश चौधरी, नीलम जोशी, रेखा शर्मा, सुशीला शर्मा, पूजा गुप्ता, समेत अनेक आशा वर्करों ने संबोधित किया। डंगवाल ने बताया कि     आशा वर्करों की हड़ताल आज क्रमश 11वें  दिन में प्रवेश कर गई है।आशा वर्करों में सरकार की टालमटोल की नीतियों से भारी नाराजगी व्याप्त है।  

No comments :

Leave a Reply