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फरीदाबाद, 17 मई। जिलाधीश यशपाल ने कहा कि कोरोना के फैलाव व संक्रमण को रोकने के लिए सरल व ई-दिशा पोर्टल के माध्यम से मूवमेंट पास प्राप्त करने व विदेशों से यहां आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग व टेस्टिंग की जानाी सुनिश्चित की जाए। इ
सकी सूचना डीएसईओ अमिताभ द्वारा उप सिविल सर्जन डा. रामभगत को उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि 16 मई से 19 मई तक डबुआ सब्जी मंडी व सेक्टर-16 स्थित सब्जी मंडी पूर्ण रूप से बंद की गई हैं, इस दौरान नगर निगम की ओर से इन मंडियों को अच्छी प्रकार से सेनेटाइज करवाया जाए। जिलाधीश ने यह आदेश जिला संकट समन्वय समिति की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार पारित किए। उन्होंने बताया कि कोरोना के अधिकतर मामले शहरी क्षेत्र में सामने आने के कारण जरूरी है कि जिस प्रकार पहले घर-घर जाकर आईएलआई के पैसेंट की पहचान की गई थी, उसी प्रकार एक बार फिर आईएलआई के पैसेंट की पहचान के लिए घर-घर सर्वे किए जाए। सर्वे के कार्य में आशा वर्कर, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व अध्यापकों की टीमें बनाई जाएं तथा इस कार्य में एनजीओ का भी सहयोग लिया जा सकता है। सर्वे में पता लगाया जाए कि एक घर में 60 वर्ष से अधिक आयु के कितने व्यक्ति रह रहे हैं तथा रोग के लक्षणों वाले लोगों की संख्या कितनी है। जिला नगर योजनाकार रेणुका सिंह उप सिविल सर्जन डा. गीता पालिया व सहायक प्रोफेसर ईएसआई डा. पूजा के सहयोग से कंटेनमेंट जोन की नई सूची प्राप्त कर इनमें सर्वे का कार्य करवाएंगी तथा किस क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन में शामिल किया जाए या बाहर किया जाए, पर विचार-विमर्श करेंगी। उन्होंने कहा कि वार्ड आफिसर उसके संबंधित वार्ड में बने कंटेनमेंट जोन में सभी जरूरी हिदायतों की अनुपालना सुनिश्चित कराएंगे। मीटिंग में अतिरिक्त उपायुक्त आरके सिंह, नगराधीश बलिना, सिविल सर्जन डा. कृष्ण कुमार, उप सिविल सर्जन डा. रामभगत, जिला नगर योजनाकार रेणुका सिंह, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी राकेश मोर भी उपस्थित हुए।
सकी सूचना डीएसईओ अमिताभ द्वारा उप सिविल सर्जन डा. रामभगत को उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि 16 मई से 19 मई तक डबुआ सब्जी मंडी व सेक्टर-16 स्थित सब्जी मंडी पूर्ण रूप से बंद की गई हैं, इस दौरान नगर निगम की ओर से इन मंडियों को अच्छी प्रकार से सेनेटाइज करवाया जाए। जिलाधीश ने यह आदेश जिला संकट समन्वय समिति की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार पारित किए। उन्होंने बताया कि कोरोना के अधिकतर मामले शहरी क्षेत्र में सामने आने के कारण जरूरी है कि जिस प्रकार पहले घर-घर जाकर आईएलआई के पैसेंट की पहचान की गई थी, उसी प्रकार एक बार फिर आईएलआई के पैसेंट की पहचान के लिए घर-घर सर्वे किए जाए। सर्वे के कार्य में आशा वर्कर, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व अध्यापकों की टीमें बनाई जाएं तथा इस कार्य में एनजीओ का भी सहयोग लिया जा सकता है। सर्वे में पता लगाया जाए कि एक घर में 60 वर्ष से अधिक आयु के कितने व्यक्ति रह रहे हैं तथा रोग के लक्षणों वाले लोगों की संख्या कितनी है। जिला नगर योजनाकार रेणुका सिंह उप सिविल सर्जन डा. गीता पालिया व सहायक प्रोफेसर ईएसआई डा. पूजा के सहयोग से कंटेनमेंट जोन की नई सूची प्राप्त कर इनमें सर्वे का कार्य करवाएंगी तथा किस क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन में शामिल किया जाए या बाहर किया जाए, पर विचार-विमर्श करेंगी। उन्होंने कहा कि वार्ड आफिसर उसके संबंधित वार्ड में बने कंटेनमेंट जोन में सभी जरूरी हिदायतों की अनुपालना सुनिश्चित कराएंगे। मीटिंग में अतिरिक्त उपायुक्त आरके सिंह, नगराधीश बलिना, सिविल सर्जन डा. कृष्ण कुमार, उप सिविल सर्जन डा. रामभगत, जिला नगर योजनाकार रेणुका सिंह, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी राकेश मोर भी उपस्थित हुए।
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