HEADLINES


More

18 सब डिवीजन को निजी हाथों में सौंपने के फैसले को स्थगित करने पर मजबूर होना पड़ा बिजली निगम को

Posted by : pramod goyal on : Wednesday, 12 July 2023 0 comments
pramod goyal
Saved under : , ,
//# Adsense Code Here #//

 फरीदाबाद,12 जुलाई। बिजली कर्मचारियों के आंदोलन के दबाव में निगम मेनेजमेंट ने 18 सब डिवीजन को निजी हाथों में सौंपने के फैसले को स्थगित करने पर मजबूर होना पड़ा। यह जानकारी बुधवार को यूनियन कार्यालय में आयोजित ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशनज वर्कर यूनियन की सर्कल कार्यकारिणी की बैठक को सम्बोधित करते हुए इलेक्ट्रिसिटी एम्पला


इज फैडरेशन ऑफ इंडिया एवं एएचपीसी वर्कर यूनियन के उपाध्यक्ष सुभाष लांबा व वरिष्ठ उपाध्यक्ष शब्बीर अहमद गनी ने दी। उन्होंने कहा कि  निगम मेनेजमेंट ने फरीदाबाद सर्कल की 5, गुरुग्राम की 12 और रेवाड़ी सर्कल की एक सब डिवीजन को निजी हाथों में सौंपने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी थी। इलेक्ट्रिसिटी एम्पलाइज फैडरेशन ऑफ इंडिया एवं एसकेएस से संबंधित बिजली कर्मियों के प्रमुख संगठन ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशनज वर्कर यूनियन ने मेनेजमेंट के 18 सब डिवीजन के फैसले को बिजली निगम, कर्मचारी एवं उपभोक्ता विरोधी बताते हुए आंदोलन शुरू कर दिया था। सब डिवीजन व डिवीजन पर विरोध करने के उपरांत 27 जून को सर्कल आफिस पर बिजली कर्मचारियों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया और उसी दिन प्रदेशभर में कर्मचारियों ने काले बिल्ले लगाकर विरोध प्रदर्शन किए और 18 जुलाई को चीफ इंजीनियर दिल्ली के गुरुग्राम कार्यलय का घेराव करने का ऐलान किया था। जिसके दबाव में मेनेजमेंट ने यूनियन की वार्ता कमेटी से बातचीत कर 18 सब डिवीजन के आपरेशन एंड मेंटीनेंस के काम को निजी हाथों में सौंपने के फैसले को स्थगित करने पर मजबूर होना पड़ा। इस बैठक में  सर्व सम्मति से फैसला लिया गया कि अगर बिजली निगम मेनेजमेंट ने वादाखिलाफी कर पुनः निजीकरण की प्रक्रिया शुरू करने का प्रयास किया तो कर्मचारी दोबारा आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। बैठक में निजीकरण के खिलाफ 18 जुलाई को नई दिल्ली में होने वाली राष्ट्रीय कन्वेंशन में भी सैकड़ों पदाधिकारियों के शामिल होने का फैसला लिया गया। बैठक में सर्कल फरीदाबाद में 30 सब डिवीजन में स्वीकृत रिक्त पड़े 1448 पदों को भरने के लिए आंदोलन छेड़ने का भी फैसला लिया गया। बैठक में ईईएफआई एवं एएचपीसी वर्कर यूनियन के उपाध्यक्ष सुभाष लांबा, एएचपीसी वर्कर यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शब्बीर अहमद गनी, पूर्व सर्कल सचिव लज्जा राम, बल्लभगढ़ यूनिट के प्रधान रामकेश व सचिव धर्मेंद्र तेवतिया, एनआईटी के प्रधान भूपसिंह व सचिव गिरीश राजपूत, ग्रेटर के प्रधान दिनेश शर्मा व सचिव असरफ और ओल्ड फरीदाबाद यूनिट के प्रधान करतार सिंह व सचिव देवेंद्र त्यागी के अलावा सीसी सदस्य विनोद कुमार, डालचंद, महेन्द्र पांचाल, सुरेन्द्र शर्मा, प्रवेश बैंसला,वेद प्रकाश आदि मौजूद थे।मीटिंग में यूनियन के आंदोलन के दृष्टिगत दिल्ली जोन की 18 सब डिवीजन के आपरेशन एंड मेंटीनेंस के काम को निजी हाथों में सौंपने के फैसले को स्थगित करने के फैसले का स्वागत किया। बैठक में पुलिस की तर्ज पर बिजली कर्मियों को पांच हजार रुपए रिस्क अलाउंस देने, प्रत्येक कर्मचारी को सुरक्षा के औजार देने, कौशल रोजगार निगम को भग कर सभी ठेका कर्मियों को पक्का करने आदि मांगों को प्रमुखता से उठाया।


मीटिंग में सर्व सम्मति से पारित किए गए प्रस्ताव में सर्कल फरीदाबाद में 1448 स्वीकृत रिक्त पदों को तूरंत प्रभाव से भरने की मांग की गई। बिजली कर्मचारी नेता सुभाष लांबा व शब्बीर अहमद गनी ने सर्कल कार्यकारिणी की विस्तारित मीटिंग को संबोधित करते हुए कहा कि सर्कल में 18 सब डिवीजन पहले अस्तित्व में थी और उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं प्रदान करने 12 नई सब डिवीजन बनाई गई है। इन तीस सब डिवीजन में 1985 रेगुलर पोस्टें स्वीकृत है। लेकिन रेगुलर कर्मचारी केवल 537 काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 12 बनाई गई नई सब डिवीजन में एक भी नया कर्मचारी पोस्ट नहीं किया गया है। जिसके कारण 9 सब डिवीजन में कार्य शुरू ही नहीं हो पाया है। तीन सब डिवीजन में कार्य शुरू हुआ है, लेकिन उनमें भी पहले से दूसरी सब डिवीजन में कार्यरत कर्मचारियों को ही अस्थाई रूप से तैनात किया है। उन्होंने कहा कि स्टाफ की भारी कमी के कारण अधिकारी एवं कर्मचारी भारी मानसिक तनाव से गुजर रहे थे। उन्होंने कहा कि विधायक एवं मंत्री सहित जनप्रतिनिधि बिजली की शिकायतों एवं अन्य कार्यों के लिए अधिकारियों एवं कर्मचारियों पर दबाव बनाते हैं उन्हें डांट लगाते हैं, लेकिन जब स्टाफ भर्ती की बात करते है तो चुप्पी साध लेते हैं। उन्होंने कहा कि खाली पड़े पदों को भरने की मांग को लेकर सभी विधायकों को ज्ञापन सौंपे जाएंगे।

No comments :

Leave a Reply