//# Adsense Code Here #//
अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा के कार्यकर्ताओ ने अंग्रेजो द्वारा बनाये गए कानून की
निंदा की। उन्होंने बतया की अंग्रेजो ने अपने शासन काल में देश की कुछ
जातियों के अलग से कानून बनाये थे, वह बिलकुल गलत थे ।इन जातियों को इस कलंक से मुक्त
कराने के उद्देस्य से से 9 व 10 मई को सैक्टर 16 गुर्जर भवन में अखिल
भारतीय वीर गुर्जर महासभा की ओर से राष्ट्रीय महा सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा ।
अंग्रेंजों द्वारा देश भक्त जातियों को क्रिमनल ट्राईब्स एक्ट में
डाला गया था।
इस कानून के अनुसार इन जातियों में जन्म लेने वाला बालक स्वयं
ही अपराधी बन जाता था। इस कानून को आजाद भारत में 31 अगस्त 1952 में हटाया
गया और इसके स्थान पर 1959 में एक नया कानून आदतन अपराधी कानून के नाम से
जोड़ दिया गया । आज भी आम समाज इनके प्रति कठोरता का भाव रखता है , इनसे
घृणा करता है और कानून के विशेषज्ञ इनका शोषण करते हैं। इन जातियों को इस
कलंक से मुक्त कराने के उद्देस्य से से 9 व 10 मई को सैक्टर 16 गुर्जर भवन
में अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा की ओर से राष्ट्रीय महा सम्मेलन का
आयोजन किया जा रहा है। इस सम्मेलन में देश के 20 राज्यों से लोग हिस्सा
लेंगें । उन्होंने बताया की 198 जातियों के लोग होंगें जो आजादी के बाद भी
काले कानून का दर्द झेल रहे हैं। सम्मेलन में इन जातियों पर से यह प्रावधान
हटवाने के संदर्भ मंे विचार विमर्श किया जायेगा।
No comments :