फरीदाबाद, । मंगलवार प्रात: सैक्टर-7 ई स्थित वरिष्ठ कांग्रेस के नेता एवं पूर्व पार्षद जगन डागर का निवास पुलिस छावनी के रूप में तब्दील हो गया। पुलिस ने घर के अन्दर और बाहर घेराबंदी कर दी । हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ग्रीवेंस कमेटी की मीटिंग लेने मंगलवार को फरीदाबाद आए हुए थे किसान बिल को वापस लेने की मांग को लेकर विरोध स्वरूप कांग्रेसी नेता जगन डागर ने उन्हें काले झण्डे दिखने की तैयारी कर रखी थी। जिसको लेकर एनआईटी के विधायक नीरज शर्मा भी उनके निवास पहुंच गए। इसकी भनक जैसे ही फरीदाबाद प्रशासन को लगी तो जगन डागर के घर को पुलिस ने घेर कर पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया। उनके घर न तो किसी को आने दिया जा रहा ना ही उन्हें घर से निकलने दिया जा रहा था। कई घंटे तक पुलिस उनके घर अंदर और बाहर जमी रही। किसान आंदोलन का सबसे ज्यादा असर हरियाणा में दिखाई दे रहा है। हरियाणा के भाजपा नेता और भाजपा सरकार में शमिल अन्य दलों के नेताओं का इन दिनों जनता किसानों के समर्थन में जगह-जगह पर विरोध कर रहे है इस विरोध को सरकार पुलिस के सहयोग से दबाना चाहती है इसी के चलते मंगलवार को कांग्रेसी नेता जगन डागर और विधायक नीरज शर्मा को पुलिस के घेरे में रहे।
है। वहीं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता जगन डागर की टीम ने घर में ही काले झण्डे लहरा कर जमकर दुष्यंत चौटाला के खिलाफ नारेबाजी की। जगन डागर ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि जो भी भाजपा सरकार की काली करतुतों को उजागर कर उसका विरोध करेगा ,उसकी आवाज को भाजपा पुलिस के माध्यम से दबाना चाहती है जो की स्वस्थ लोकतंत्र के लिए खतरा है। श्री डागर ने कहा कि तीनों कृषि कानूनों को जब तक भाजपा सरकार वापस नहीं लेगी तब तक वो ऐसे ही विरोध करते रहेंगे ,दुष्यंत चौटाला पर लानत भेजते हुए कहा की ताऊ देवी लाल की सारी जिंदगी किसानों को समर्पित रही उन्होंने किसान और कमरे वर्ग के लिए सारी उम्र संघर्ष किया। लेकिन आज उनका परपौत्र उनके आदर्शों की धज्जियां उड़ा रहा है सत्ता के लोभ में किसानों की खिलाफ काम करने वाली सरकार में शामिल है जो बहुत निंदनीय है हम इस का पुरजोर विरोध करते हैं किसान हितों की बात करके जनता का वोट लेकर किसान विरोधी भाजपा की गोद में बैठे हैं जो बर्दाश्त के काबिल नही है उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में किसी को भी शांति पूर्वक विरोध करने का अधिकार है। लेकिन फिर भी भाजपा सरकार ने उन्हें बलपूर्वक अपना विरोध जताने से रोका जोकि ठीक नहीं है। देश में लोकतंत्र है, जब सरकार जनविरोधी काम करती है तो लोग उसका विरोध करते ही है। लेकिन भाजपा सरकार अपने विरोध को छुपाने के लिए लोगो का दमन कर रही है। जो की स्वस्थ लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। जगन डागर ने कहा कि भाजपा ने किसान विरोधी बिल को कोरोना काल में देश की जनता पर थोप दिया है। जिसके बाद भाजपा सरकार अब पूरी तरह से बेनकाब हो चुकी है। भारतीय जनता पार्टी किसान और मजदूर विरोधी पार्टी है। मोदी सरकार चंद उद्योगपतियों की मदद करने के लिए किसान विरोधी कानून लेकर आई है। जब तक इस कानून को मोदी सरकार वापस नहीं ले लेती तब तक भाजपा सरकार का इसी तरह जगह-जगह विरोध होता रहेगा और वो आगे भी भाजपा सरकार में शामिल नेताओं का विरोध करेंगे। पत्रकारों के सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि कुछ इसे जाट आंदोलन का रूप बता बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं। लेकिन यह आंदोलन किसानों और खेतों में काम करने वाले मजदूरों का आंदोलन हैं और ऐसे समय में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुडडा और दीपेन्द्र सिंह हुडडा किसानों के समर्थन में खड़े हैं । सर छोटूराम की तर्ज पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुडडा आज किसानों के एकमात्र नेता के रूप में उभर के सामने आए हैं । वह किसानों की आवाज को कतई दबने नहीं देंगे। इस अवसर पर उनके साथ टीम दीपेन्द्र हुडडा की टीम से अर्जुन सैनी, कुलदीप ,गुरप्रीत लहरी, संतू डागर, बॉबी डागर, अनिल पोसवाल, प्रवेश पांचाल, जोगिन्द्र पहलवान, बजरंगी, सुमरन चाचा, प्रदीप मुदगिल, अजय सांगवान, करन सिंह , राहुल गोदारा, विनय सोलंकी, अजय गुप्ता, विशाल भारद्वाज, राजेश गुप्ता व पवन ठाकुर सहित कार्यकर्ता को किया हाउस अरेस्ट उपस्थित थे।
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