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फरीदाबाद 27 जनवरी तीन महीने से रोके गए वेतन की भुगतान की मांग को लेकर आज बुधवार को ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन की जिला कार्यकारिणी ने खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी ब्लॉक बल्लभगढ़ के कार्यालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया। अधिकारियों की कार्यप्रणाली से रुष्ट हुए कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारी पिछले 3 महीने के वेतन का भुगतान करो और पहचान पत्र बना कर दो तथा ईएसआई और पीएफ की सुविधा लागू करो के नारे लगा रहे थे।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार पूरे जिले से आए ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने पहले नाहर सिंह पार्क में एक बैठक भी की।इस बैठक की अध्यक्षता मनोज हंस ने की। उसके बाद बीडीपीओ ऑफिस का घेराव किया गया। प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व जिला प्रधान दिनेश पाली ने किया। जबकि संचालन जिला सचिव महेंद्र सिंह कर रहे थे। इस अवसर पर सीटू के जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह डंगवाल और ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन के राज्य प्रधान देवी राम तथा राज्य वित्त सचिव मनोज कुमार बाल गोहेर विशेष रुप से उपस्थित रहे। उपस्थित कर्मचारियों को संबोधित करते हुए वीरेंद्र सिंह डंगवाल ने राज्य सरकार पर ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि अपनी लंबित मांगों को लागू करने के लिए कर्मचारियों ने गत वर्ष 23 अगस्त को प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और पंचायत तथा विकास मंत्री के विधानसभा क्षेत्र उचाना में प्रदर्शन भी किया था। उस प्रदर्शन के बाद उप मुख्यमंत्री के साथ बैठक हुई थी जिसमें कई मांगों को लागू करने पर सहमति बनी। यह अजीब विडंबना ही है। कि ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को पहचान पत्र देने में भी बीडीपीओ ऑफिस बल्लभगढ़ भेदभाव की नीति अपना रहा है। जबकि प्रदेश के दूसरे शहरों में ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को पहचान पत्र जारी कर दिए गए। इतना ही नहीं इन अधिकारियों ने कर्मचारियों को सितंबर 2020 से दिसंबर 2020 तक बड़े हुए वेतन का बकाया एरियर का भुगतान भी नहीं किया है।इन कर्मचारियों को कोरोना काल में अपनी रक्षा के लिए मास्को, दस्ताने,और सेनिटाइजर तक नहीं दिया गया। जबकी इन कर्मचारियों ने रात दिन मेहनत करके गांव की गलियों की साफ सफाई में अपना पूरा परिश्रम लगाया। इनको इस काम के एवज में किसी भी प्रकार का अतिरिक्त वेतन तक नहीं दिया गया। और ना ही कोराना काल में मिलने वाली सुविधाएं प्रदान की गई। कर्मचारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने फरीदाबाद पुलिस पर पलवल से दिल्ली की ओर ट्रैक्टर परेड में शामिल किसानों के साथ सीकरी गांव में सड़क पर अवरोधक खड़े करके लाठीचार्ज करने की भी कड़े शब्दों में निंदा की। उन्होंने बताया कि जब दिल्ली की पुलिस ने पलवल के किसानों को सरिता विहार चौक तक खाने की इजाजत दे दी थी। तो उन्हें रास्ते में अवरोधक खड़े करके नहीं रोकना चाहिए था। इसी तरह से मोहना गांव के किसानों के साथ भी फतेहपुर और शाहपुरा में भी इस तरह का व्यवहार किया गया। बैठक में सफाई कर्मचारियों को वर्ष 2019 में संपन्न हुए राज्य विधान सभा चुनाव के दौरान की गई ड्यूटी का वेतन भी नहीं देने का मुद्दा भी उठाया गया। जबकि दूसरे विभागों के कर्मचारियों को चुनाव ड्यूटी का एलाउंस दे दिया गया था। आज की बैठक में गांव में घर-घर से कूड़ा उठाने वाले कर्मचारियों को भी सरकार की तरफ से रखने की मांग की गई अभी तक इन कर्मचारियों को ठेकेदार के द्वारा रखवाया गया है। बैठक में तीन कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में प्रस्ताव पास किया गया। बैठक में निर्णय लिया गया कि 29 तारीख को ग्रामीण सफाई कर्मचारी पलवल के किसानों के धरने में भाग लेंगे। इसके अलावा सेंटर आफ इंडियन ट्रेड यूनियन के आह्वान पर आगामी 7 फरवरी को कैबिनेट मंत्री मूलचंद शर्मा के कार्यालय के सम्मुख जोरदार प्रदर्शन किया जाएगा। आज की बैठक को जिला कोषाध्यक्ष अशोक कुमार, मनोज हंस राजू, मनोज नरियाला मे भी संबोधित किया।
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