फरीदवाद: 4 अक्टूबर । महामहिम राज्यपाल,प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को फरीदाबाद प्रेसिडेंट पत्रकार मोहन तिवारी इंडियन जॉर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ इण्डिया ने शिकायत पत्र लिख कर दोषियों के खिलाफ़ कड़ी कार्यवाही की मांग करते हुए मामले से अवगत कराया कि यूपी के हाथरस में गैंगरेप पीड़िता की मौत के मामले में जहाँ सत्य अंहिसा को जीवित रखने वाले बा
पू का 2 अक्टूबर गांधी जयंती और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जन्मदिन के दिन सारी दुनिया जयंती मना रही थी वही बीते शुक्रवार को पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाने या फिर कह सकते है सच की तस्वीर देश के सामने दिखाने की रिपोर्टिंग करने गयी एबीपी न्यूज़ चैनल के पत्रकार प्रतिभा मिश्रा और कैमरा मैन मनोज कुमार के साथ जोर जबरदस्ती, धक्का मुक्की, कैमेरा के तार को निकाल लिया गया, उन लोगो के मोबाइल छीने और जबरन गाड़ी में बैठा कर बेरिकेटिंग पर छोड़ दिये गये ताकि सच की रिपोर्टिंग करने गयी पत्रकार पत्रिभा मिश्रा और उनके कैमरा मैन मनोज कुमार दुनियां के सामने सच की तस्वीर सामने नही ला सके इसके अलावा इंडिया टीवी चैनेल पत्रकार दीक्षा, आजतक टीवी चैनेल वरिष्ठ पत्रकार चित्रा त्रिपाठी के साथ बदसूलीकी, रिपोर्टिंग करने से रोक गया और भी बहुत से संस्थान को देश के सामने सच्ची तस्वीर दिखाने से रोका गया है।
पत्रकार मोहन तिवारी फरीदाबाद प्रधान इंडियन जॉर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने कहा कि जिस प्रकार से उत्तरप्रदेश में आये दिन पत्रकारों के साथ उनके कर्तब्यों को करने से रोके जाने की तस्वीरें देश के सामने उभर कर सामने आ रही है। पत्रकारों के ऊपर जबरन झूठे मुकदमें दर्ज किये जाते है और फिर भी नही मानते तो उनको गोलियों से छल्ली कर दी जाती है इस प्रकार से पत्रकारों के मुह बन्द किये जाते है। आये दिन हो रहे घटनाओं को देखते हुए महामहिम राज्यपाल, प्रधामनंत्री, राष्ट्पति को ज्ञापन देकर ,पत्र लिख कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग करते रहते है।
पत्रकार मोहन तिवारी ने कहा की जिस प्रकार से एबीपी न्यूज़ चैनल के पत्रकार प्रतिभा मिश्रा और कैमरा मैन मनोज कुमार के साथ बदसूलकी और सच्ची रिपोर्टिंग करने से रोका गया, इंडिया टीवी चैनेल पत्रकार दीक्षा, आजतक टीवी चैनेल वरिष्ठ पत्रकार चित्रा त्रिपाठी के साथ बदसूलीकी, रिपोर्टिंग करने से रोका गया इसके अलावा न्यूज़ 24, ND TV, रिपब्लिक भारत, ज़ी न्यूज़ और भी संस्थान की खबरें आ रही है कि उनके साथ भी गलत व्यवहार किया गया है और उनको भी सच्ची तस्वीर देश के सामने लाने से रोका गया है जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, प्रतिभा मिश्रा,दीक्षा, चित्रा त्रिपाठी इस देश की बहन बेटी और गौरव है उनके साथ हुए घटना की मैं कड़ी निंदा करता हूँ और दोषि अधिकारियों के खिलाफ महामहिम, राज्यपाल, राष्ट्पति से पत्र लिख उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी मांग कार्यवाही की मांग करता हूँ ताकि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो साथ ही पीड़ित परिवार को न्याय मिले इसकी अपेक्षा करता हूं।
आगे पत्रकार श्री तिवारी ने कहा कि अगर पत्रकारो से आये दिन हो रहे घटनाओं पर अंकुश नही लगया गया तो इसके दुष्परिणाम देश के सामने होंगे जिसके जिम्मेदार सरकार होगी क्योंकि जिस प्रकार से रिपोटिंग करने से रोका जा रहा है इसका मतलब कुछ तो गड़बड़ जरूर होता है जब ही इस प्रकार से घटनाएं देश के सामने उभर कर आती है जो कतई बर्दाश्त नही किये जा सकता है।
पत्रकार मोहन तिवारी ने बताया कि इस तरह की तस्वीर देख कर मन बहुत विचलित होता है की शासन प्रशासन मीडिया को अपना काम नही करने देता है उसके साथ धक्का मुक्की जोर जबरदस्ती किया जाता है वही दूसरी तरफ पीड़ित परिवार ने यूपी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया है कि पुलिस ने उनके साथ मारपीट कर मीडिया से कुछ भी नही बोलने को कहा गया है। हालांकि अब तीन दिन के बाद मीडिया को कवरेज करने की अनुमति दे दई है और सरकार ने मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश भी कर दी है।
पत्रकार मोहन तिवारी ने कहा कि यूपी में जिस तरह से पुलिस प्रशासन द्दारा तस्वीर देखने को मिली है,इस तरह की कृत्य पर अंकुश लगाना चाहिए इसलिए दुखी मन से माहिम राज्यपाल, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को पत्र लिख कर दोषि अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग करता हूँ।
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