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दोहरी प्रशिक्षण प्रणाली से सुधारा जाएगा आईटीआई में पढ़ने वाले छात्रों का कौशल

Posted by : pramod goyal on : Friday 11 September 2020 0 comments
pramod goyal
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 फरीदाबाद 11 सितम्बर ।आईटीआई में पहले सीटीएस के तहत प्रशिक्षण प्रदान किया जाता रहा है ।जिसके कारण उद्योगों की मांग व आईटीआई द्वारा प्रशिक्षित किए जाने वाले प्रशिक्षुओं की स्किल में बड़ा अंतर रहता है।  यह जानकारी आईटीआई के सम्बंधित अधिकारी ने आज यहाँ देते हुए बताया कि इस अंतर को आधुनिक तकनीक का प्रशिक्षण प्रदान करके दूर करने के लिए विभिन्न उद्योगों  के साथ दोहरी प्रशिक्षण प्रणाली के तहत एम ओ यू किए गए हैं । इस प्रणाली के अंतर्गत औद्योगिक प्रतिष्ठानों की सहभागिता से औद्यो


गिक प्रशिक्षण संस्थानों में प्रशिक्षणरत छात्र-छात्राओं को बेहतर व्यवहारिक प्रशिक्षण उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से पाठ्यक्रम के अनुसार प्रैक्टिकल ट्रेनिंग संस्थान में न करवाते हुए इंडस्ट्री परिसर मे करवाई जाती है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार दोहरी प्रशिक्षण प्रणाली मे पाठ्यक्रम अनुसार केवल थ्योरी भाग का अध्ययन ही संस्थान स्तर पर करवाया जाता है प्रैक्टिकल ट्रेनिंग इंडस्ट्रीज प्रीमिसिज में होने के कारण प्रशिक्षण रत छात्र छात्राओं को अपनी प्रशिक्षण अवधि के दौरान ही उद्योगों एवं आधुनिक मशीनरी पर कार्य करने का अनुभव प्राप्त हो जाता है । जो उन्हें भविष्य में रोजगार के अधिक से अधिक अवसर प्रदान करवाने में सहायक सिद्ध होता है, और उद्योगों को भी जरूरत के मुताबिक प्रशिक्षित मैनपावर मिल जाती है। इस स्कीम के तहत सत्र 2018 19 में फरीदाबाद जिले में इकलौता एमओयू जेबीएम ऑटो लिमिटेड के साथ वेल्डर व्यवसाय के लिए किया गया था । जिसकी सफलता के परिणाम स्वरूप सत्र 2019 20 में 8 व्यवसायों की 13 यूनिट का एमओयू 7 उद्योगों के साथ किया गया जिसके तहत प्रशिक्षण पूरा कर चुके छात्र छात्राओं को 100% प्लेसमेंट ऑफर संबंधित उद्योगों द्वारा प्रदान कर दिया गया है । उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त सत्र 2020 21 में भी 22 यूनिटों का एमओयू विभिन्न उद्योगों के साथ किया गया है। जिस की सूची दाखिला पोर्टल पर उपलब्ध है, साथ ही कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग हरियाणा सरकार द्वारा आईटीआई में दाखिला लेने के इच्छुक छात्रों की सुविधा हेतु स्टार रेटिंग पोर्टल शुरू किया गया है। जिसके माध्यम से छात्र-छात्राएं दाखिला लेने से पूर्व यह सुनिश्चित कर सकता है की किस संस्थान की कितनी स्टार रेटिंग है व उसे किस संस्थान में उन्नत किस्म का प्रशिक्षण प्राप्त हो सकता है व साथ ही प्रशिक्षण उपरांत उसे कहां से अच्छा जोब ऑफर प्राप्त हो सकता है।उन्होंने बताया कि  इस संबंध में जिला मुख्यालय पर तैनात सुशासन सहयोगी सुश्री रुपाला सक्सेना द्वारा भी जिले में चल रहे सभी सरकारी आईटीआई यों के प्रिंसिपल के साथ बैठक का आयोजन किया गया जिसमें सभी प्रिंसिपल को अपनी-अपनी आईटीआई यों के अंदर चल रहे व्यवसायओं का डीएसटी एमओयू कराने के निर्देश दिए गए साथ ही दाखिले  का प्रचार प्रसार करने के निर्देश पारित किए।


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