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आठ कर्मचारी नेताओं के खिलाफ दर्ज करवाए गए झुठे मुकदमे से गुस्साए हजारों बिजली कर्मचारियों ने डीसी कार्यालय पर आक्रोश प्रदर्शन किया

Posted by : pramod goyal on : Saturday 5 September 2020 0 comments
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 पलवल,।


अधीक्षण अभियंता द्वारा यूनियन के आठ कर्मचारी नेताओं के खिलाफ दर्ज करवाए गए झुठे मुकदमे से गुस्साए हजारों बिजली कर्मचारियों ने डीसी कार्यालय पर आक्रोश प्रदर्शन किया। इस प्रर्दशन की अगुवाई सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष व एनएचपीसी वर्कर यूनियन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुभाष लांबा, उप प्रधान सतपाल नरवत,उप महासचिव रमेश चंद्र,सीसी सदस्य सामून खांन,सर्कल सचिव राजेश शर्मा ,सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के नेता योगेश शर्मा व बनवारी लाल आदि नेता कर रहे थे। प्रर्दशनकारी बिजली कर्मचारी श्रद्धानंद पार्क में एकत्रित हुए और वहां एक विरोध सभा का आयोजन किया गया। सभा के बाद हजारों की तादाद में बिजली कर्मचारी जूलूस की शकल में नारेबाजी करते हुए डीसी आफिस पर पहुंचे। जहां भारी पुलिस बल मौजूद था। इस अवसर पर यूनियन ने प्रवर पुलिस अधीक्षक दीपक गहलावत ज्ञापन सौंपकर एसई की झुठी शिकायत पर दर्ज किए गए मुकदमे की जांच कर रद्द करने की मांग की। प्रवर पुलिस अधीक्षक ने आश्वासन दिया कि मामले की डीएसपी से निष्पक्षता से जांच करवाके न्याय किया जाएगा। यूनियन ने डीसी की गैर मौजूदगी में एडीसी वत्सल वशिष्ठ को भी एक ज्ञापन सौंपा और मामले में आवश्यक हस्तक्षेप करने की मांग की। 


प्रर्दशनकारी को संबोधित करते हुए सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा ने दो टूक शब्दों में चेतावनी दी कि अगर बिजली निगम प्रबंधकों के दबाव में पुलिस ने झूठे मुकदमे में नामजद नेताओं को गिरफ्तार किया तो सभी सब डिवीजनों के कर्मचारी कार्य बहिष्कार कर धरने पर बैठने पर मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि अधिकारियों द्वारा पैदा की गई समस्याओं और 31 ठेका कर्मचारियों को बिना वजह नौकरी से निकालने और 5 निर्दोष कर्मचारियों को निलंबित करने के खिलाफ यूनियन ने अधीक्षण अभियन्ता को नोटिस दिया गया था। नोटिस अवधि में एसई ने यूनियन से बातचीत तक करना आवश्यक नही समझा। मजबूर होकर यूनियन ने एसई कार्यालय पर धरना शुरू करने पर मजबूर होना पड़ा। धरना शुरू होने के बाद एसई कार्यालय में ही नही आए। जिससे कर्मचारियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा था।

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