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फरीदाबाद।
नहरपार ग्रेटर फरीदाबाद में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा काटे गये सैक्टर- 77, 78 को बसाने के लिए हुडा ने गांव बडौली के शमशानघाट को बिना पंचायत की अनुमति के अधिग्रहित कर लिया जबकि सन 1952 में चकबंदी करके लगभग ढाई तीन बीघा जमीन गांव के बहार शमशानघाट के लिए छोडी गई थी इस जमीन पर हाल ही में पंचायत ने एक रेजुलेशन करके इस शमशानघाट पर लगभग 18 लाख रूपये खर्च किये थे इस शमशानघाट में दो शैड, बडा कमरा, हैडपम्प व अनेक पौधे लगाये गये थे और इस शमशानघाट लिए पंचायत की तरफ से एक साफ सुधरा रास्ते का निर्माण किया गया था। शमशा
नघाट के अधिग्रहण को लेकर गांव बड़ौली में प्राचीन अखाडे में कुछ लोगों ने इसका एतराज किया और जिसकी अध्यक्षता किसान संघर्ष समिति ग्रेटर फरीदाबाद के अध्यक्ष शिवदत्त वशिष्ठ एडवोकेट ने की उन्होंने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण से मांग रखी कि गांव बडौली के इस शमशान घाट को अधिग्रहण से मुक्त किया जाये या इसके बदल में इन्ही सुविधाओं के साथ लगभग 2 एकड जमीन पर गांव बड़ौली के बाहर शमशान घाट बनाकर दिया जाये। वशिष्ठ ने कहा कि लगभग 11 वर्ष पहले कांग्रेस सरकार के आदेश पर हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने लगभग 700 एकड जमीन किसानो की बिना मर्जी के मु0 16 लाख रूपये में अधिग्रहण कर लिया था और अब शमशान घाट को जिसका खामयाजा आज तक नहरपार के किसार उठा रहे है। प्राचीन अखाडे के संयोजक नेपाल सिंह चन्दीला ने कहा कि इस शमशान में हमारे पूर्वजों का दहासंस्कार होता आ रहा है और लगभग 70 वर्षो से गांव के पूर्वजों का इसी शमशान घाट में दहासंस्कार करते आ रहे है। इस बैठक में राजेन्द्र बैंसला, गजराज चन्दीला, वीरपाल, मेघराज, बलवान पहलवान, कालू पहलवान, प्रदीप वशिष्ठ, व अन्य ग्रामवासी मौजूद थे। हुडा
नहरपार ग्रेटर फरीदाबाद में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा काटे गये सैक्टर- 77, 78 को बसाने के लिए हुडा ने गांव बडौली के शमशानघाट को बिना पंचायत की अनुमति के अधिग्रहित कर लिया जबकि सन 1952 में चकबंदी करके लगभग ढाई तीन बीघा जमीन गांव के बहार शमशानघाट के लिए छोडी गई थी इस जमीन पर हाल ही में पंचायत ने एक रेजुलेशन करके इस शमशानघाट पर लगभग 18 लाख रूपये खर्च किये थे इस शमशानघाट में दो शैड, बडा कमरा, हैडपम्प व अनेक पौधे लगाये गये थे और इस शमशानघाट लिए पंचायत की तरफ से एक साफ सुधरा रास्ते का निर्माण किया गया था। शमशा
नघाट के अधिग्रहण को लेकर गांव बड़ौली में प्राचीन अखाडे में कुछ लोगों ने इसका एतराज किया और जिसकी अध्यक्षता किसान संघर्ष समिति ग्रेटर फरीदाबाद के अध्यक्ष शिवदत्त वशिष्ठ एडवोकेट ने की उन्होंने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण से मांग रखी कि गांव बडौली के इस शमशान घाट को अधिग्रहण से मुक्त किया जाये या इसके बदल में इन्ही सुविधाओं के साथ लगभग 2 एकड जमीन पर गांव बड़ौली के बाहर शमशान घाट बनाकर दिया जाये। वशिष्ठ ने कहा कि लगभग 11 वर्ष पहले कांग्रेस सरकार के आदेश पर हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने लगभग 700 एकड जमीन किसानो की बिना मर्जी के मु0 16 लाख रूपये में अधिग्रहण कर लिया था और अब शमशान घाट को जिसका खामयाजा आज तक नहरपार के किसार उठा रहे है। प्राचीन अखाडे के संयोजक नेपाल सिंह चन्दीला ने कहा कि इस शमशान में हमारे पूर्वजों का दहासंस्कार होता आ रहा है और लगभग 70 वर्षो से गांव के पूर्वजों का इसी शमशान घाट में दहासंस्कार करते आ रहे है। इस बैठक में राजेन्द्र बैंसला, गजराज चन्दीला, वीरपाल, मेघराज, बलवान पहलवान, कालू पहलवान, प्रदीप वशिष्ठ, व अन्य ग्रामवासी मौजूद थे। हुडा
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