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ठेका कर्मचारियों को नौकरी से निकालने के खिलाफ डीसी कार्यालय पर आक्रोश प्रदर्शन

Posted by : pramod goyal on : Friday 17 July 2020 0 comments
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फरीदाबाद,17 जुलाई। कोरोना महामारी के कारण हुए लाकडाउन में 1983 पीटीआई सहित विभिन्न विभागों से हजारों की तादाद में ठेका कर्मचारियों को नौकरी से निकालने के खिलाफ कर्मियों ने शुक्रवार को डीसी कार्यालय पर आक्रोश प्रदर्शन किया गया।
सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री, जिला प्रधान अशोक कुमार, सचिव बलबीर सिंह बालगुहेर,प्रेस सचिव राजबेल देसवाल, संगठन सचिव मुकेश बेनीवाल की अगुवाई में किए गए इस प्रर्दशन के बाद मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा गया। ज्ञापन में सरकार को चेताया गया है कि अगर शीध्र कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड से नौकरी से निकाले गए 54 सफाई कर्मचारियों, 1983 पीटीआई,शिक्षा विभाग से कार्यमुक्त किए करीब 5 हजार कंप्युटर टीचर एवं लैब साहयक, हरियाणा टूरिज्म से 424 कर्मचारियों सहित अन्य विभागों, बोर्डों, निगमों,नगर निगमों, परिषदों, पालिकाओं व युनिवर्सिटी से निकाले गए कर्मियों को वापस नही लिया तो आंदोलन तेज किया जाएगा। प्रर्दशन में टूरिज्म कर्मचारियों को दो महीने से वेतन न मिलने पर घोद निन्दा की और शीध्र बकाया वेतन का भुगतान करने की मांग की। प्रर्दशन में 2015 में विज्ञापित 1035 टीजीटी सहित 1538 पदों और 7 जुलाई 2019 में 164 जूनियर सिस्टम इंजीनियर के पदों की भर्ती प्रक्रिया को रद्द करने के प्रयासों की निंदा करते हुए इनकी शीध्र परिणाम घोषित कर ज्वाइंनिग करवाने की मांग की गई। सर्व सम्मति से पारित किए गए प्रस्ताव में सरकार से लाकडाउन से पहले और लाकडाउन के दौरान नौकरी से निकाले गए सभी कर्मचारियों को वापस सेवा में लेने की मांग की।
सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा व वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री ने प्रर्दशनकारी कर्मचारियों को संबोधित करते हुए भीष्ण गर्मी की परवाह न करते हुए डेढ़ महीने से सभी जिलों में सड़कों पर चल रहे आंदोलन के बावजूद बर्खास्त 1983 पीटीआई की सेवाएं बहाल करने के सभी विकल्पों पर गंभीरता से गौर न करने की घोर निन्दा की और पीटीआई के चल रहे आंदोलन का पुर्ण समर्थन करने का संकल्प दोहराया गया। उन्होंने कहा कि लाकडाउन के अंदर शिक्षा विभाग से करीब पांच हजार कंप्युटर टीचर एवं लैब सहायकों को कार्यमुक्त कर दिया है। हरियाणा टूरिज्म निगम से 424 ठेका कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। उन्होंने बताया कि 1983 पीटीआई के अलावा हरियाणा बिजली वितरण निगम से 30, नगर परिषद् चरखी दादरी से 80, कैथल नगर निगम से 65, पशुपालन एवं डेयरी विभाग झज्जर से 85 पशुचर, स्वस्थ्य विभाग ने करीब 90 ठेका कर्मचारियों, मंडी बोर्ड व मार्किट कमेटी रोहतक से करीब 35, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के पंचकूला व फरीदाबाद से करीब 40 कंप्युटर आपरेटर,फायर ब्रिगेड सोनीपत से 23 फायरमैन, अंबाला नगर निगम से 17 क्लर्क व 9 सेवादार को नौकरी से निकाल दिया गया है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा मीरपुर युनिवर्सिटी रेवाड़ी से 83 असिस्टेंट प्रोफेसर को यूजीसी के शैडयूल्ड के विरोध कार्य मुक्त कर दिया है। आईटीआई पलवल से 5 महिला सफाई कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा भी कई विभागों से ठेका कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा रहा है। जिसको लेकर कर्मचारियों में भारी आक्रोश है।

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