HEADLINES


More

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को जागरूक करने के लिए वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया

Posted by : pramod goyal on : Saturday 25 July 2020 0 comments
pramod goyal
Saved under : , ,
//# Adsense Code Here #//
फरीदाबाद ,25 जुलाई।
 उपायुक्त यशपाल ने शनिवार को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को  जागरूक करने के लिए वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह वैन जिला के ग्रामीण क्षेत्र में जाकर लोगों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना बारे जागरूक करेंगे।उन्होंने बताया कि जिला में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसान मौजूदा खरीफ की फसलों में
से धान, कपास, बाजरा व मक्का की फसल का बीमा किया जा रहा है। इन फसलों का बीमा सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किया जा रहा है। 
उन्होंने बताया कि फसल बीमा योजना सभी किसानों के लिए वैकल्पिक है। मौजूदा ऋणी किसान सम्बंधित बैंक शाखाओं में अपेक्षित घोषणा पत्र प्रस्तुत करके सम्बंधित फसल सीजन के लिए विकल्प ले सकते हैं। उन्होंने आगे बताया कि किसान फसल बीमा योजना के लिए आगामी 31जुलाई तक अपने नजदीकी बैंक शाखाओं, बीमा कम्पनी से सम्पर्क कर सकते हैं। गैर ऋणी किसान सीएससी सैन्टर पर जाकर भी अपनी फसलों का बीमा करवा सकते हैं। इसके अलावा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के टोल फ्री नम्बर 18001802117 पर फोन करके  तथा वेब साईट www.agriharyana. gov. in पर जाकर इस बारे में बारिकी से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। 
 उन्होंने बताया कि सरकार की हिदायतों के अनुसार  सम्पन्न हरियाणा की पहचान बीमित फसल खुशहाल किसान की नीति किसानों की आय बढ़ने में कारगर साबित हो रही है । बीमित फसलों के ओलावृष्टि, जलभराव व आसमानी बिजली से खङी फसल के नुकसान होने पर खेत स्तर पर क्लेम राशि प्रदान करने का प्रावधान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में किया गया है। इसके अलावा फसल कटाई के 14 दिनों के अन्दर फसल का नुकसान हो जाने पर क्लेम राशि खेत स्तर पर ही प्रदान की जाएगी। 
 उपायुक्त यशपाल ने आगे बताया कि यदि गांव में किसी बीमित फसल की औसतन पैदावार पूर्व निर्धारित पैदावार से कम होने पर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत सम्बंधित गांव के सभी बीमित किसानों को सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा बीमा कम्पनी से क्लेम दिलवाया जाएगा। 

No comments :

Leave a Reply