//# Adsense Code Here #//
नई दिल्ली। प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए चलाई गई श्रमिक विशेष ट्रेनें अब गन्तव्य राज्य (अर्थात् जिस राज्य के लिए ट्रेन चलाई गई है) में तीन स्टेशनों पर रुकेंगी और 1,200 की जगह पूरी क्षमता 1,700 लोगों के साथ चलेंगी. भारतीय रेलवे ने सोमवार को यह आदेश जारी किया. इसके साथ ही इन ट्रेनों में सोशल डिस्टैंसिंग (Social Distancing) भी नहीं होगी और मिडिल बर्थ को भी इस्तेमाल किया जाएगा. रेलवे ने लॉकडाउन के दौरान ज्यादा से ज्यादा प्रवासी मज
दरों को उनके घर पहुंचाने के लिए यह फैसला लिया है. रेलवे की ओर से जारी आदेश में, रेलवे जोनों को संबंधित राज्यों में गंतव्य के अलावा तीन जगहों पर गाड़ियों के ठहराव के लिये कहा गया है. राज्य सरकारों के आग्रह पर यह निर्णय किया गया है. इसमें यह भी कहा गया है कि ट्रेन में यात्रियों को ले जाने की क्षमता उसमें मौजूद शयनयान सीटों की संख्या के बराबर होनी चाहिये.
दरों को उनके घर पहुंचाने के लिए यह फैसला लिया है. रेलवे की ओर से जारी आदेश में, रेलवे जोनों को संबंधित राज्यों में गंतव्य के अलावा तीन जगहों पर गाड़ियों के ठहराव के लिये कहा गया है. राज्य सरकारों के आग्रह पर यह निर्णय किया गया है. इसमें यह भी कहा गया है कि ट्रेन में यात्रियों को ले जाने की क्षमता उसमें मौजूद शयनयान सीटों की संख्या के बराबर होनी चाहिये.
श्रमिक विशेष गाड़ियों में 24 डब्बे हैं और प्रत्येक डब्बे में 72 यात्रियों को ले जाने की क्षमता है. सामाजिक मेल जोल से दूरी के प्रोटोकॉल का पालन करने के लिये वर्तमान में प्रत्येक डब्बे में 54 यात्रियों को लेकर ले जाया जा रहा है. भरतीय रेल ने एक मई से अब तक पांच लाख यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया है.
No comments :