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फरीदाबाद।
अदालत परिसर, वकीलो के चैम्बर या फिर अदालतो के बहार सेनेटाइजेशन की प्रसासन ने कोई व्यवस्था नही की गई है। आज सैकडो वकीलो ने इस व्यवस्था पर रोष प्रकट किया है और सैकडो वकीलो ने एकत्रित होकर उपायुक्त महोदय को लिखित में पत्र दिया जिसमें कोरोना वायरस माहमारी से कोर्ट परिसर के दोनो गेटो पर किसी भी व्यक्ति को बिना सेनेटाइज किए अन्दर नही आने दिया जाने की मांग की। लेकिन रोजाना 10-15 हजार व्यक्ति कोर्ट परिसर में आ रहे है। जिससे इस माहमारी को बढने का डर लगा रहता है। आजतक भी किसी भी गेट पर सेनेटाइज या इस माहमारी की जांच तक नही की गई है। बार कॉउसिल के पूर्व मनोनित सदस्य शिवदत्त वशिष्ठ एडवोकेट ने कहा कि फरीदाबाद से लगते दिल्ली में कोर्टो ने मव्वकिलो को परिसर में आने के लिए मना कर दिया है। और कहा है कि 31 मार्च तक किसी भी मुव्वकिल के वारंट व उसके खिलाफ कोई कार्यवाही नही होगी। इसी आधार पर फरीदाबाद कोर्ट परिसर कों भी जल्दी सेनेटाइज किया जाना चाहिए और आने जाने वाले लोगो की भी जांच की जानी चाहिए वरिष्ठ अधिवक्ता कंवर दलपत सिंह अजय पाराशर सतबीर शर्मा ने कहा कि प्रसासन को कोर्ट परिसर के गेटो पर मास्क भी उपलब्घ कराने चाहिए। आज सुचना दी गई कि कोर्ट परिसर के गेटो को सेनेटाइज किया जाएगे लेकिन प्रसासन की तरफ से पुरा दिन किसी भी तरह से सेनेटाइज नही किया गया। हजारो लोग आज भी कोर्ट परिसर व लघु-सचिवालय में अपने कार्यो के लिए आते रहे। वशिष्ठ ने कहा कि प्रसासन को इस माहमारी को हल्के में नही लेना चाहिए जोकि प्रदेश सरकार ने पहले ही माहमारी घोषित किया हुआ है। इस मौके पर संजय दिक्षित जितेन्द्र शर्मा सतपाल नगार बिल्लु धनखड अजय भडाना विकास अधाना कुलदीप जोशी लक्ष्मण अफाक खान रमन आर्य मुकुल शर्मा सतीश चोहान आनद भारदाव दीपक मनोज कुमार हरिओ सेनी प्रताप ंिसह विजय यादव मुविन खान जगदीश रावत व अन्य अधिवक्ता मौजूद थे।
अदालत परिसर, वकीलो के चैम्बर या फिर अदालतो के बहार सेनेटाइजेशन की प्रसासन ने कोई व्यवस्था नही की गई है। आज सैकडो वकीलो ने इस व्यवस्था पर रोष प्रकट किया है और सैकडो वकीलो ने एकत्रित होकर उपायुक्त महोदय को लिखित में पत्र दिया जिसमें कोरोना वायरस माहमारी से कोर्ट परिसर के दोनो गेटो पर किसी भी व्यक्ति को बिना सेनेटाइज किए अन्दर नही आने दिया जाने की मांग की। लेकिन रोजाना 10-15 हजार व्यक्ति कोर्ट परिसर में आ रहे है। जिससे इस माहमारी को बढने का डर लगा रहता है। आजतक भी किसी भी गेट पर सेनेटाइज या इस माहमारी की जांच तक नही की गई है। बार कॉउसिल के पूर्व मनोनित सदस्य शिवदत्त वशिष्ठ एडवोकेट ने कहा कि फरीदाबाद से लगते दिल्ली में कोर्टो ने मव्वकिलो को परिसर में आने के लिए मना कर दिया है। और कहा है कि 31 मार्च तक किसी भी मुव्वकिल के वारंट व उसके खिलाफ कोई कार्यवाही नही होगी। इसी आधार पर फरीदाबाद कोर्ट परिसर कों भी जल्दी सेनेटाइज किया जाना चाहिए और आने जाने वाले लोगो की भी जांच की जानी चाहिए वरिष्ठ अधिवक्ता कंवर दलपत सिंह अजय पाराशर सतबीर शर्मा ने कहा कि प्रसासन को कोर्ट परिसर के गेटो पर मास्क भी उपलब्घ कराने चाहिए। आज सुचना दी गई कि कोर्ट परिसर के गेटो को सेनेटाइज किया जाएगे लेकिन प्रसासन की तरफ से पुरा दिन किसी भी तरह से सेनेटाइज नही किया गया। हजारो लोग आज भी कोर्ट परिसर व लघु-सचिवालय में अपने कार्यो के लिए आते रहे। वशिष्ठ ने कहा कि प्रसासन को इस माहमारी को हल्के में नही लेना चाहिए जोकि प्रदेश सरकार ने पहले ही माहमारी घोषित किया हुआ है। इस मौके पर संजय दिक्षित जितेन्द्र शर्मा सतपाल नगार बिल्लु धनखड अजय भडाना विकास अधाना कुलदीप जोशी लक्ष्मण अफाक खान रमन आर्य मुकुल शर्मा सतीश चोहान आनद भारदाव दीपक मनोज कुमार हरिओ सेनी प्रताप ंिसह विजय यादव मुविन खान जगदीश रावत व अन्य अधिवक्ता मौजूद थे।
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