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फरीदाबाद एवं रेडियो NGF के तत्वाधान में कवियत्री एवं लेखिका बबीता गर्ग "सहर" के साथ एक कायक्रम "एक विशेष मुलाकात एवं प्रेस वार्ता ” का आयोजन किया गया । गत दि
नों प्रगति मैदान दिल्ली में आयोजित "वि श्व पुस्तक मेले " में उनकी प्रथम पुस्तक "मन की अलमारी " का विमोचन किया गया था। "मन की अलमारी " एक काव्य संकलन है जिसमे बबीता गर्ग द्वारा लिखित छंदमुक्त कवितायेँ हैं।
कायक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुकेश गंभीर, निदेशक रेडियो एन.जी.एफ palwal, ने कवियत्री सुश्री बबीता जी की अलग-अलग अंदाज़ में लिखी हुई कविताओं के बारे में बताया। उनकी मंचीय प्रतिभा के बारे में िुलकर प्रशंसा की। मुकेश, जो स्वयं भी उम्दा शायर हैं, ने बताया कि उन्होंने बबीता जी की प्रतीभा को 6 वर्ष पहले ही पहचान लिया या था और उन्होंने उन्हें उस समय रेडियो मानव रचना से कविता पाठ का पहला मौका दीया था। उन्होंने रेडियो N.G.F. पलवल पर बबीता जी द्वारा संचालित साप्ताहीक कायक्रम 'काव्यशाला - कवीता के रंग, सधे कवियों के संग ' (जो कि जनवरी २०१९ से जारी है, जिसमे हर सप्ताह तीन चार कवी शिरकत करते हैं) के बारे में भी अवगत कराया।
इस अवसर पर काका हाथरसी सम्मान से सम्मानित हास्य व्यंग के कवी श्री महेश गर्ग ‘बेधड़क’ मुख्य अतिथि के रूप में उपश्थित रहे। कवी महेश रेलवे में उच्च पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने "मन की अलमारी" में संकलित विषयों पर ललिी कविताओं में से 'अनोखा मज़दूर' , 'प्रेम अनुभूयत' , 'हाहाकार' इत्यादी कविताओं की विशेष प्रशंसा की। अपने वक्तव्य में उन्होंने लेखिका को सुनहरे भविषय के लिए अग्रीम बधाई देते हुए कहा कि शीघ्र ही बबीता जी का परचम पूरे उत्तर भारत में लहराएगा।
नों प्रगति मैदान दिल्ली में आयोजित "वि श्व पुस्तक मेले " में उनकी प्रथम पुस्तक "मन की अलमारी " का विमोचन किया गया था। "मन की अलमारी " एक काव्य संकलन है जिसमे बबीता गर्ग द्वारा लिखित छंदमुक्त कवितायेँ हैं।
कायक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुकेश गंभीर, निदेशक रेडियो एन.जी.एफ palwal, ने कवियत्री सुश्री बबीता जी की अलग-अलग अंदाज़ में लिखी हुई कविताओं के बारे में बताया। उनकी मंचीय प्रतिभा के बारे में िुलकर प्रशंसा की। मुकेश, जो स्वयं भी उम्दा शायर हैं, ने बताया कि उन्होंने बबीता जी की प्रतीभा को 6 वर्ष पहले ही पहचान लिया या था और उन्होंने उन्हें उस समय रेडियो मानव रचना से कविता पाठ का पहला मौका दीया था। उन्होंने रेडियो N.G.F. पलवल पर बबीता जी द्वारा संचालित साप्ताहीक कायक्रम 'काव्यशाला - कवीता के रंग, सधे कवियों के संग ' (जो कि जनवरी २०१९ से जारी है, जिसमे हर सप्ताह तीन चार कवी शिरकत करते हैं) के बारे में भी अवगत कराया।
इस अवसर पर काका हाथरसी सम्मान से सम्मानित हास्य व्यंग के कवी श्री महेश गर्ग ‘बेधड़क’ मुख्य अतिथि के रूप में उपश्थित रहे। कवी महेश रेलवे में उच्च पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने "मन की अलमारी" में संकलित विषयों पर ललिी कविताओं में से 'अनोखा मज़दूर' , 'प्रेम अनुभूयत' , 'हाहाकार' इत्यादी कविताओं की विशेष प्रशंसा की। अपने वक्तव्य में उन्होंने लेखिका को सुनहरे भविषय के लिए अग्रीम बधाई देते हुए कहा कि शीघ्र ही बबीता जी का परचम पूरे उत्तर भारत में लहराएगा।
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