//# Adsense Code Here #//
सूरजकुंड (फरीदाबाद), 16 फरवरी। 34वें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले में इस बार जहां कला व संस्कृति के नए रंग देखने को मिले वहीं हैंडीक्राफ्ट के दीवनों का लिए भी यह मेला इस बार कुछ खास रहा है। इन्हीं हस्तशिल्पियों के बीच अनूप
राय भी अपने प्रकृति के प्रति प्रेम की झलक यहां प्रस्तुत कर रहे थे। अनूप कुमार ने यहां दो हजार साल पुरानी फूलों के रंगों का प्रयोग कर कपड़े रंगने की परंपरा को जीवंत करते दिखाया। वीवीआईपी और विदेशियों को तो अनूप का यह प्रयोग इतना ज्यादा पसंद आया कि उनके उत्पाद यहां हाथों-हाथ बिके।
राय भी अपने प्रकृति के प्रति प्रेम की झलक यहां प्रस्तुत कर रहे थे। अनूप कुमार ने यहां दो हजार साल पुरानी फूलों के रंगों का प्रयोग कर कपड़े रंगने की परंपरा को जीवंत करते दिखाया। वीवीआईपी और विदेशियों को तो अनूप का यह प्रयोग इतना ज्यादा पसंद आया कि उनके उत्पाद यहां हाथों-हाथ बिके।
No comments :