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फरीदाबाद 24 जनवरी- जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह की फुल ड्रेस फाइनल रिहर्सल आज उपायुक्त यशपाल की अध्यक्षता में सेक्टर-12 स्थित परेड ग्राउंड में हुई। उपायुक्त ने ध्वजारोहरण किया तथा भव्य मार्च पास्ट की सलामी ली। उनके साथ पु
लिस आयुक्त केके राव भी उपस्थित थे। इससे पहले उपायुक्त ने युद्ध स्मारक पर पुष्प अर्पित कर देश के लिए कुर्बान होने वाले वीर शहीदों को याद किया।
उपायुक्त ने इस अवसर पर कहा कि भारतीय संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था। इसके साथ ही भारत स्वतंत्र गणराज्य बन गया और देश में कानून का राज स्थापित हो गया। प्रति वर्ष की भांति इस बार भी गणतंत्र दिवस समारोह को जोश व उल्लास के साथ मनाया जाएगा। इस बार हरियाणा के कृषि मंत्री जय प्रकाश दलाल मुख्यातिथि होंगे, जो प्रातः 9.58 बजे ध्वजारोहण करेंगे तथा परेड की सलामी लेंगे। इससे पहले मुख्यातिथि युद्ध स्मारक भी पुष्प अर्पित करेंगे। उपायुक्त ने फुल ड्रेस फाइनल रिहर्सल के दौरान बच्चों का पीटी शो, सूर्य नमस्कार, परेड व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का निरीक्षण किया तथा समारोह के सफल आयोजन के संबंध में अधिकारियों व टीम इंचार्ज को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। उपायुक्त ने कहा कि जिस भी कार्यक्रम की प्रस्तुति समारोह में होनी है, उसकी गुणवत्ता व समय पर विशेष ध्यान दिया जाए। बच्चों का अनुशासन समारोह की समाप्ति तक बना रहना चाहिए। किसी भी कार्यक्रम में ज्यादा अंतराल नहीं आना चाहिए।
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लिस आयुक्त केके राव भी उपस्थित थे। इससे पहले उपायुक्त ने युद्ध स्मारक पर पुष्प अर्पित कर देश के लिए कुर्बान होने वाले वीर शहीदों को याद किया।
उपायुक्त ने इस अवसर पर कहा कि भारतीय संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था। इसके साथ ही भारत स्वतंत्र गणराज्य बन गया और देश में कानून का राज स्थापित हो गया। प्रति वर्ष की भांति इस बार भी गणतंत्र दिवस समारोह को जोश व उल्लास के साथ मनाया जाएगा। इस बार हरियाणा के कृषि मंत्री जय प्रकाश दलाल मुख्यातिथि होंगे, जो प्रातः 9.58 बजे ध्वजारोहण करेंगे तथा परेड की सलामी लेंगे। इससे पहले मुख्यातिथि युद्ध स्मारक भी पुष्प अर्पित करेंगे। उपायुक्त ने फुल ड्रेस फाइनल रिहर्सल के दौरान बच्चों का पीटी शो, सूर्य नमस्कार, परेड व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का निरीक्षण किया तथा समारोह के सफल आयोजन के संबंध में अधिकारियों व टीम इंचार्ज को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। उपायुक्त ने कहा कि जिस भी कार्यक्रम की प्रस्तुति समारोह में होनी है, उसकी गुणवत्ता व समय पर विशेष ध्यान दिया जाए। बच्चों का अनुशासन समारोह की समाप्ति तक बना रहना चाहिए। किसी भी कार्यक्रम में ज्यादा अंतराल नहीं आना चाहिए।
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