//# Adsense Code Here #//
फरीदाबाद।
बिजली संशोधन बिल -2018 के खिलाफ बिजली कर्मचारियों एवं इंजीनियरों ने लामबंद होकर राष्ट्रव्यापी आंदोलन करने का निर्माण लिया है। जिसकी धोषणा के लिए इलेक्ट्रीसिटी इम्पलाइज फेडरेशन आफ इंडिया(ईईएफआई) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग 9-10 फरवरी को फरीदाबाद में बुलाई गई है। इस मीटिंग की तैयारियों को लेकर शुक्रवार को आल हरियाणा पावर कारपोरेशनज वर्कर यूनियन की जिला कार्यालय में सर्कल सचिव अशोक कुमार की अध्यक्षता में सर्कल कार्यकारिणी की मीटिंग का आयोजन किया गया। मीटिंग में सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांंबा व आल हरियाणा पावर कारपोरेशनज वर्कर यूनियन के प्रधान सुरेश राठी विशेष तौर पर उपस्थित थे। इलेक्ट्रीसिटी इम्पलाइज फेडरेशन आफ इंडिया के उप प्रधान व सकसं के प्रधान सुभाष लांंबा ने आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार सावृजनिक क्षेत्रों के उपक्रमों व जन सेवाओं का तेजी से निजीकरण कर रही है। रेलवे व एयर इंडिया का निजीकरण किया जा रहा है। मीटिंग में बैंकों के विलय के शुक्रवार से शुरू हुई दो दिवसीय हड़ताल का पुरजोर समर्थन किया। मीटिंग में आल हरियाणा पावर कारपोरेशनज वर्कर यूनियन के उप प्रधान सतपाल नरवत व केन्द्रीय कमेटी के सदस्य शब्बीर अहमद गनी भी शामिल हुए।
आल हरियाणा पावर कारपोरेशनज वर्कर यूनियन के राज्य प्रधान सुरेश राठी ने कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए कहा की हरियाणा सरकार के निर्देश पर बिजली निगम प्रबंधक सब डिवीजनों व 11 केवी फीडरों की फ्रंचाइजी करने और निगमों में निजीकरण व ठेका की जन एवं कर्मचारी विरोधी नीतियों को तेजी से लागू कर रही है। उन्होंने कहा कि निगम प्रबंधक मुख्यमंत्री के ठेका समाप्त कर डीसी रेट अनुबंध कर्मचारियों को पार्ट 2 में करके आदेशों तक को लागू नही कर रहे है। उन्होंने कहा कि ढाई साल बीत जाने के बावजूद भी सरकार द्वारा जारी किए कैशलेस मेडिकल सुविधा का पत्र बिजली कर्मचारियों पर लागू नही किया। जिसको लेकर कर्मचारियों में भारी नाराजगी है।
No comments :