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लखनऊ. नागरिकता कानून के विरोध में उत्तर प्रदेश में गुरुवार और शुक्रवार को हिंसा हुई थी। शुक्रवार को यूपी के 20 जिलों में उग्र विरोध प्रदर्शन हुए। इस दौरान 7 शहरों में 14 लोगों की मौत हो गई। हिंसाग्रस्त व संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। पूरे प्रदेश में 31 जनवरी 2020 तक धारा 144 लागू कर दी गई है। पुलिस हिंसाग्रस्त इलाकों में गश्त कर लोगों से शांति की अपील कर रही है। प्रदेश के 28 जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है।
शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद प्रदेश भर में लोग जुलूस की शक्ल में नागरिकता कानून के विरोध में नारे लगाते हुए निकले। कुछ जिलों में लोगों ने शांतिपूर्वक प्रदर्शन के बाद प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन देकर अपने घरों को लौट गए और जागरुक नागरिक होने का प्रमाण दिया। लेकिन 20 जिलों में प्रदर्शन ने हिंसा का रूप ले लिया। आगजनी, तोड़फोड़ व पथराव हुए। नतीजा पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। इस दौरान मेरठ में चार, बिजनौर, कानपुर, संभल, फिरोजाबाद में दो-दो और मुजफ्फरनगर, वाराणसी में एक-एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई। यहां इंटरनेट सेवाएं ठप हैं। फिरोजाबाद में अघोषित कर्फ्यू जैसा माहौल है।
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