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फरीदाबाद। 2016 से जर्जर पड़ी हुई पंडित जवाहरलाल नेहरू कॉलेज की ईमारत के शिलान्यास के मौके पर आज एनएसयूआई के पदाधिकारियों एवं
छात्रों ने अपनी खुशी का इजहार किया तथा आमरण अनशन की बची हुई माँगो को लेकर उद्योग एवं पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल को ज्ञापन सौंपा। इसके बाद समस्त छात्र छात्राओं ने लड्डू खिलाकर तथा फूल माला पहनाकर एनएसयूआई हरियाणा के प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री का धन्यवाद किया क्योंकि 2016 से ही वो इस ईमारत के निर्माण को लेकर लगातार प्रयासरत थे और आज शिलान्यास के बाद यह माँग पूरी हुई है।
इस दौरान एनएसयूआई हरियाणा के प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री ने समस्त छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि 2016 में पीडब्ल्यूडी ने नेहरू कॉलेज की ईमारत को जर्जर घोषित किया था तभी से एनएसयूआई ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए लगातार धरने प्रदर्शन किए है। अत्री ने बताया कि 2018 में 86 दिन रात का धरना प्रदर्शन किया था जिसमें 8 माँग रखी गई थीं तथा नेहरू कॉलेज की जर्जर ईमारत के निर्माण के लिए भी मुख्य रूप से माँग रखी थीं। उसके बाद पूरा एक साल बीत जाने के बाद भी जब माँग पूरी नही हुई तो अगस्त 2019 में एनएसयूआई हरियाणा के प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री खुद 5 दिनरात के आमरण अनशन बैठे थे तथा जब प्रशासन को उनकी हालात बिगड़ती देखी तो प्रशासन ने उनकी माँगो पर जल्द कार्यवाही करने का आश्वाशन देते हुए जबरन आमरण अनशन तुड़वाया था।
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