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फरीदाबाद। जिला एवम् सत्र न्यायधीश तथा चेयरमैन, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, श्री दीपक गुप्ता, के दिशा निर्देशनमें चीफ जुडिशियल मजिस्ट्रेट व डलसा फरीदाबाद की सचिव श्रीमती मोना सिंह के मुख्य आतिथ्य में राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सराय ख्वाजा में प्राचार्या श्रीमती नीलम कौशिक की अध्यक्षता में वन लाइफ - सड़क सुरक्षा विषय पर पेंटिंग, निबंध,
सलोगन लिखो प्रतियोगिताओं तथा जागरूकता रैली का आयोजन कानूनी सेवा प्रकोष्ठ, जूनियर रेड क्रॉस तथा सैंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड द्वारा किया गया। वन लाइफ रोड सेफ्टी के तहत प्रतियोगिताओं का संयोजन करते हुए विद्यालय के इंग्लिश प्रवक्ता व कानूनी सेवा प्रकोष्ठ प्रभारी रविन्दर कुमार मनचन्दा ने बताया कि डलसा के आदेशानुसार विभिन्न कार्यक्रमों व रैली में 150 से भी अधिक छात्राओं व छात्रों ने प्रतिभागिता की जबकि 100 से भी ज्यादा छात्राओं व प्राध्यापकों की जागरूकता रैली को मुख्य अतिथि चीफ जुडिशियल मजिस्ट्रेट व डलसा फरीदाबाद की सचिव श्रीमति मोना सिंह और प्राचार्या नीलम कौशिक ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। सी जे एम मोना सिंह ने इस से पूर्व कहा कि पता नहीं - कब, कौन, कहां और कैसे सड़क हादसे का शिकार हो जाए। पर क्यों इसपर गंभीरता से सोचने की जरूरत है। क्योंकि सड़क सुरक्षा एक वैज्ञानिक सच है और हम भी सड़क हादसों पर काफी हद तक काबू पा सकते हैं। क्योंकि आज के हालात में तो कोई भी सुरक्षित नहीं है। हमारे देश में हर व्यक्ति के पास सड़क हादसे की एक कहानी है। न तो इससे आम लोग बचे हैं और ना ही खास। अभी सड़क दुर्धटना की वार्षिक संख्या है 5,05,423, ये अपने आप में विशाल चुनौती है लेकिन इन दुर्घटनाओं को कम करना बिल्कुल भी असंभव नहीं। अंग्रेजी प्रवक्ता रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि क्योंकि हम और दुनिया के विकसित देश जीरो विजन पर काम कर रहे हैं यानि सड़क हादसे में किसी की मौत ना हो। सड़कों पर निरंतर बढ़ रहे वाहनों के कारण और सड़क सुरक्षा के नियमों की अनदेखी करने की वजह से सड़क दुर्घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है, और हर वर्ष लगभग डेढ़ लाख व्यक्ति सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु के मुँह में समा जाते है।
सलोगन लिखो प्रतियोगिताओं तथा जागरूकता रैली का आयोजन कानूनी सेवा प्रकोष्ठ, जूनियर रेड क्रॉस तथा सैंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड द्वारा किया गया। वन लाइफ रोड सेफ्टी के तहत प्रतियोगिताओं का संयोजन करते हुए विद्यालय के इंग्लिश प्रवक्ता व कानूनी सेवा प्रकोष्ठ प्रभारी रविन्दर कुमार मनचन्दा ने बताया कि डलसा के आदेशानुसार विभिन्न कार्यक्रमों व रैली में 150 से भी अधिक छात्राओं व छात्रों ने प्रतिभागिता की जबकि 100 से भी ज्यादा छात्राओं व प्राध्यापकों की जागरूकता रैली को मुख्य अतिथि चीफ जुडिशियल मजिस्ट्रेट व डलसा फरीदाबाद की सचिव श्रीमति मोना सिंह और प्राचार्या नीलम कौशिक ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। सी जे एम मोना सिंह ने इस से पूर्व कहा कि पता नहीं - कब, कौन, कहां और कैसे सड़क हादसे का शिकार हो जाए। पर क्यों इसपर गंभीरता से सोचने की जरूरत है। क्योंकि सड़क सुरक्षा एक वैज्ञानिक सच है और हम भी सड़क हादसों पर काफी हद तक काबू पा सकते हैं। क्योंकि आज के हालात में तो कोई भी सुरक्षित नहीं है। हमारे देश में हर व्यक्ति के पास सड़क हादसे की एक कहानी है। न तो इससे आम लोग बचे हैं और ना ही खास। अभी सड़क दुर्धटना की वार्षिक संख्या है 5,05,423, ये अपने आप में विशाल चुनौती है लेकिन इन दुर्घटनाओं को कम करना बिल्कुल भी असंभव नहीं। अंग्रेजी प्रवक्ता रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने कहा कि क्योंकि हम और दुनिया के विकसित देश जीरो विजन पर काम कर रहे हैं यानि सड़क हादसे में किसी की मौत ना हो। सड़कों पर निरंतर बढ़ रहे वाहनों के कारण और सड़क सुरक्षा के नियमों की अनदेखी करने की वजह से सड़क दुर्घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है, और हर वर्ष लगभग डेढ़ लाख व्यक्ति सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु के मुँह में समा जाते है।
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