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प्रदेश के सफाई कर्मचारियों को हडताल करने के लिये मजबूर कर रही है सरकार - शास्त्री

Posted by : pramod goyal on : Wednesday 17 July 2019 0 comments
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फरीदाबाद, 17 जुलाई। नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री ने कहा कि सरकार प्रदेश के सफाई कर्मचारियों से किये हुये वायदों एवं समझौतों को लागू नहीं करके प्रदेश के सफाई कर्मचारियों को हडताल करने के लिये मजबूर कर रही है 24 से 25 जुलाई तक 24 घंटी की क्रमि
क भूख हडताल करेंगे। यदि सरकार ने 25 जुलाई तक संघ के साथ बैठक का आयोजन कर मानी गई मांगों को लागू नहीं किया तो प्रदेश की 61 नगर पालिकाओं, 16 नगर परिषदों व 10 नगर निगमों के 32 हजार से ज्यादा सफाई कर्मचारी एवं तृतीय व चतुर्थ श्रेणी तथा फायर के कर्मचारी अनिश्चित कालीन हडताल पर चले जायेंगे।
श्री शास्त्री आज नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर सैक्टर-12 स्थित उपायुक्त कार्यालय पर संघ के जिला प्रधान गुरचरण खांडिया की अध्यक्षता में जिला स्तरीय प्रदर्शन से पूर्व आयोजित की गई विशाल कर्मचारी सभा को समबोधित कर रहे थे। प्रदर्शन के बाद संघ नेताओं ने उप-मण्डल अधिकारी नागरिक सतबीर मान को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन प्रेषित कर पालिकाओं, परिषदों व नगर निगमों के कर्मचारियों की मांगों का समाधान करने की अपील की है। प्रदर्शन का नेतृत्व नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा की राज्य उपाध्यक्ष बृजवती, राज्य ऑडिटर बिशन स्वरुप तेवतिया, केन्द्रीय कमेटी के नेता कमला व सुभाष फैंटमार, संघ के जिला सचिव नानक चन्द खैरालिया, सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान बलबीर सिंह बालगुहेर आदि नेता कर रहे थे।
श्री शास्त्री ने हरियाणा सरकार को दलित विरोधी बताते हुये कहा कि सरकार विभिन्न कर्मचारी संगठनों को वार्ता के लिये बुला रही है लेकिन दलितों में अति दलित सफाई और सीवर सफाई जैसा घृणित कार्य करने वाले सरकारी विभागों निगम, पालिका, परिषद, बोर्ड, कारपोरेशन यूनिवर्सिटियों व ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की सुध नहीं ले रही है। इसका खामियाजा सरकार को निकटवर्ती विधानसभा चुनाव में भुगतना पडेगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने 2014 में विधानसभाओं के चुनाव में घोषणा पत्र व पालिका कर्मचारियों की 9 मई से 24 मई तक चली 16 दिन की हडताल के बाद सरकार द्वारा तीन मंत्रियों की कमटी बनाकर पालिका कर्मचारियों से किये गये समझोते में स्थानीय निकायों में ठेका प्रथा में कार्यरत सफाई व सीवर कर्मचारियों सहित फायर तथा तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को ठेका प्रथा से मुक्त कर विभागीय रोल पर रखने, कच्चे कर्मचारियों को नियमित करने के लिये कमेटी गठित करने व नियमित होने तक समान काम-समान वेतन लागू करने, एक्सग्रेसिया पॉलिसी बहाल करने, तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को बिना लाभ हानि के आवासीय कालोनियों का निर्माण करने, सफाई कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन 15 हजार रुपये देने तथा फायर के 1366 फायर मैनों व ड्राइवरों को फायर में समायोजित करने आदि मांगों पर सहमति बनी लेकिन सरकार ने एक वर्ष बाद भी समझौते को लागू नहीं किया है।
आज के जिला स्तरीय प्रदर्शन में सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के राज्य सगंठनकर्ता विरेन्द्र सिंह डंगवाल, एटक के राज्य नेता बेचू गिरी, जिला प्रधान अशोक कुमार ने भी पालिका कर्मचारियों के आन्दोलन का पुरजोर समर्थन किया।
प्रदर्शन को अन्य के अलावा क्रमिक नेता सोमपाल झिंझोटिया, श्रीनन्द ढकोलिया, बल्लू चिंडालिया, दर्शन सिंह सोया, प्रेमपाल, दान सिंह, रघुबीर चौटाला, जितेन्द्र छाबड़ा, विरेन्द्र भड़ारी, वेदप्रकाश, महेन्द्र कुण्डिया, जगदीश बालगुहेर, बल्लू चिण्डालिया, धर्म बेनीवाल,  मुकेश बेनीवाल, नरेश भगवाना, राकेश चिंडालिया, राजेन्द्र दहिया, रामकिशोर त्यागी, वेद भडाना, मेघश्याम, अनिल चिंडालिया, महिला नेता ललिता, माया, रामवती, कमलेश, शकुन्तला आदि ने भी समबोधित किया।

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