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फरीदाबाद। आज एनएसयूआई फरीदाबाद के कार्यकर्ताओं ने पंडित जवाहरलाल नेहरू कॉलेज के गेट पर एमडीयू के तुगलकी फरमान का विरोध करते हुए हस्ताक्षर अभियान चलाया। यह कार्यक्रम एनएसयूआई हरियाणा के प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री
के नेतृत्व में किया गया।
इस दौरान कृष्ण अत्री ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की खट्टर सरकार का छात्रविरोधी चेहरा आज किसी से छुपा नही है आये दिन छात्रों के भविष्य को अनदेखा करके फैसले लिए जाते है। उन्होंने कहा कि पिछले 4 वर्षों(2015, 2016, 2017, 2018) में भी खट्टर सरकार ने इसी तरह के नियमो से छात्रों को परेशान किया था और इस वर्ष भी तुगलकी फरमान जारी किया है जिसके तहत द्वितीय वर्ष में दाखिला लेने के लिए प्रथम सेमेस्टर के 50% विषय में पास होना अनिवार्य है तथा तृतीय वर्ष में दाखिला लेने के लिए प्रथम सेमेस्टर के 100% विषयों में पास होना अनिवार्य है।
उन्होंने कहा कि एक तरफ तो कॉलेजो में स्टाफ की कमी है, मूलभूत सुविधाएं पूरी नही है और दूसरी तरफ सूबे की खट्टर सरकार आये वर्ष तुगलकी फरमान जारी करके छात्रों को मानसिक ताड़ना देती रहती है।
अत्री ने कहा कि अगर यूनिवर्सिटी प्रशासन और खट्टर सरकार को कोई नियम लागू करना है तो पहले छात्रों को पढ़ाई वाला माहौल दे, कॉलेजो में स्टाफ की कमी को दूर करें, यूनिवर्सिटी की रिजल्ट प्रणाली में सुधार करें। सारी सुविधाएं मिलने के बाद छात्र किसी भी नियम को स्वीकार कर लेंगे। अत्री ने कहा इसी तुगलकी फरमान के विरोध में एनएसयूआई ने शिक्षा मंत्री का पुतला फूंक कर प्रदर्शन किया था लेकिन अभी तक भी शिक्षा मंत्री ने छात्रों की समस्या की तरफ ध्यान नही दिया है।
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