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जे.सी. बोस विश्वविद्यालय के तीन और इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों को एनबीए मान्यता

Posted by : pramod goyal on : Saturday 25 May 2019 0 comments
pramod goyal
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फरीदाबाद, 25 मई - जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद ने तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में एक और उपलब्धि हासिल करते हुए राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड (एनबीए) द्वारा तीन और इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों की मान्यता प्राप्त की है। एनबीए द्वारा विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों को मान्यता प्रदान करना विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान की जाने वाली तकनीकी शिक्षा की गुणवत्ता का दर्शाता है और तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में विश्व स्तरीय संस्थान के रूप में पहचान बनाने के ध्येय को मजबूत बनाता है।
इस उपलब्धि के लिए कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने सभी शिक्षकों तथा कर्मचारियों को बधाई दी है तथा कुलाधिपति एवं हरियाणा के राज्यपाल श्री सत्यदेव नारा
यण आर्य, मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल तथा तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री राम बिलास शर्मा का आभार जताया है, जिनके सहयोग से तकनीकी शिक्षा में उच्च मानदंड स्थापित कर विश्वविद्यालय को यह उपलब्धि हासिल हुई और विश्वविद्यालय राज्य सरकार द्वारा तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता लाने के अपने मिशन में भागीदार बनने में सक्षम बना। विश्वविद्यालय के विभिन्न इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों को मान्यता मिलने से विश्वविद्यालय से उत्तीर्ण स्नातकों को अमेरिका तथा इंग्लैंड सहित विभिन्न देशों के पाठ्यक्रमों के समकक्ष समानता मिलेगी।
विश्वविद्यालय के दो बीटेक पाठयक्रमों को तीन वर्ष तथा एक एमटेक पाठ्यक्रम दो वर्ष के लिए एनबीए द्वारा श्रेणी-1 प्रारूप में मान्यता प्राप्त हुई है। जिन पाठ्यक्रमों को मान्यता प्राप्त हुई है, उनमें इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग और इंफोरमेशन टेक्नोलाॅजी में बी.टेक तथा मैकेनिकल इंजीनियरिंग में एमटेक शामिल हैं।
इससे पूर्व, विश्वविद्यालय के चार बीटेक पाठयक्रमों कम्प्यूटर इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स इंस्ट्रूमेंटल एंड कंट्रोल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रानिक्स इंजीनियरिंग में बी.टेक तथा मास्टर्स आफ कम्प्यूटर एप्लीकेशन को जनवरी 2018 में एनबीए मान्यता प्राप्त हुई थी। इस प्रकार, विश्वविद्यालय के लगभग सभी प्रमुख इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों कोे एनबीए मान्यता प्राप्त हो गई है। 
यह मान्यता वाशिंगटन समझौते के अनुरूप है, जिसमें एनबीए भी एक हस्ताक्षरकर्ता है। वाशिंगटन समझौते की अनुपालना के अनुरूप, वाईएमसीए विश्वविद्यालय के एनबीए श्रेणी-1 मान्यता प्राप्त पाठ्यक्रमों को अन्य हस्ताक्षरकर्ता देशों में वैश्विक मान्यता हासिल होगी, जिनमें आस्ट्रेलिया, कनाडा, ताइवान, हांगकांग, आयरलैंड, जापान, इंग्लैंड तथा अमेरिका शामिल हैं। विश्वविद्यालय के विद्यार्थी इन देशों में अकादमिक जरूरतों को पूरा करने के दृष्टिगत इंजीनियरिंग कार्यों को करने में सक्षम होंगे।

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